why we celebrate navratri:नवरात्रि क्यों मनाई जाती है,जाने पूरी खबर

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why we celebrate navratri,नवरात्रि क्यों मनाई जाती है:नवरात्रि एक हिंदू त्योहार है जो माता दुर्गा की पूजा के लिए समर्पित है। यह त्यौहार हर साल दो बार मनाया जाता है, एक बार चैत्र महीने में और एक बार शारदीय नवरात्रि में। शारदीय नवरात्रि को अधिक महत्वपूर्ण माना जाता है और इसे बड़े उत्साह के साथ मनाया जाता है।

नवरात्रि(navratri) के नौ दिनों में माता दुर्गा के नौ अलग-अलग रूपों की पूजा की जाती है। ये रूप हैं शैलपुत्री, ब्रह्मचारिणी, चंद्रघंटा, कुष्मांडा, स्कंदमाता, कात्यायनी, कालरात्रि, महागौरी और सिद्धिदात्री।

नवरात्रि(navratri) के दौरान लोग उपवास करते हैं, पूजा करते हैं और माता दुर्गा की भक्ति में गीत गाते हैं। इस दौरान कई लोग डांडिया और गरबा जैसे पारंपरिक नृत्य भी करते हैं।

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नवरात्रि (navratri) के समापन पर दशहरा का त्योहार मनाया जाता है। दशहरा के दिन बुराई पर अच्छाई की जीत का जश्न मनाया जाता है।

(navratri)नवरात्रि क्यों मनाई जाती है ?

माता दुर्गा नवरात्रि की कहानी एक ऐसी कहानी है जो बुराई पर अच्छाई की जीत का जश्न मनाती है। यह कहानी बताती है कि कैसे माता दुर्गा ने महिषासुर नामक एक राक्षस को हराया था।

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(navratri) नवरात्रि क्यों मनाई जाती है

कथा के अनुसार, एक बार एक राक्षस था जिसका नाम महिषासुर था। वह बहुत शक्तिशाली था और उसने देवताओं को परेशान करना शुरू कर दिया। उसने देवलोक पर आक्रमण कर दिया और देवताओं को हराकर उन्हें भगा दिया।

देवताओं को महिषासुर से बहुत डर था। वे जानते थे कि वह एक शक्तिशाली राक्षस है और उसे हराना आसान नहीं होगा। इसलिए, उन्होंने भगवान शिव से मदद मांगी।

भगवान शिव ने देवताओं को बताया कि उन्हें माता दुर्गा की पूजा करनी चाहिए। माता दुर्गा एक शक्तिशाली देवी हैं जो बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक हैं।

देवताओं ने माता दुर्गा की पूजा की और उनकी कृपा प्राप्त की। माता दुर्गा ने महिषासुर से लड़ने के लिए नौ रूपों में अवतार लिया।

माता दुर्गा ने महिषासुर से नौ दिनों तक युद्ध किया। अंत में, उन्होंने महिषासुर को मार डाला और देवताओं को बचा लिया।

माता दुर्गा की जीत से देवताओं को बहुत खुशी हुई। उन्होंने माता दुर्गा की जयजयकार की और उन्हें नवरात्रि के त्योहार के रूप में मनाना शुरू कर दिया।

नवरात्रि के नौ दिनों में माता दुर्गा के नौ अलग-अलग रूपों की पूजा की जाती है। इन रूपों हैं:

  • शैलपुत्री
  • ब्रह्मचारिणी
  • चंद्रघंटा
  • कुष्मांडा
  • स्कंदमाता
  • कात्यायनी
  • कालरात्रि
  • महागौरी
  • सिद्धिदात्री

नवरात्रि(navratri) का त्योहार हिंदुओं के लिए एक महत्वपूर्ण त्योहार है। यह त्योहार हमें बुराई पर अच्छाई की जीत का जश्न मनाने और माता दुर्गा की कृपा प्राप्त करने का अवसर देता है।

नवरात्रि साल में दो बार क्यों मनाते हैं?


नवरात्रि (navratri) साल में दो बार मनाए जाते हैं: एक बार चैत्र माह में और दूसरी बार अश्विन माह में। चैत्र नवरात्रि को वसंत नवरात्रि और अश्विन नवरात्रि को शारदीय नवरात्रि भी कहा जाता है।

नवरात्रि (navratri) साल में दो बार मनाने के पीछे कई कारण हैं, जिनमें से कुछ निम्नलिखित हैं:

  • धार्मिक कारण: नवरात्रि को हिंदू धर्म में एक महत्वपूर्ण त्योहार माना जाता है। यह त्योहार बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक है। नवरात्रि के नौ दिनों में माता दुर्गा के नौ अलग-अलग रूपों की पूजा की जाती है।
  • ऋतु परिवर्तन: नवरात्रि के दोनों समय ही ऋतु परिवर्तन का समय होता है। चैत्र नवरात्रि के समय सर्दी से गर्मी का मौसम शुरू होता है, जबकि अश्विन नवरात्रि के समय गर्मी से सर्दी का मौसम शुरू होता है।
  • सांस्कृतिक कारण: नवरात्रि एक ऐसा त्योहार है जो हिंदू संस्कृति का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। यह त्योहार लोगों को एक साथ आने और माता दुर्गा की पूजा करने का अवसर देता है।

चैत्र नवरात्रि (navratri)को वसंत नवरात्रि कहा जाता है क्योंकि यह चैत्र माह में मनाया जाता है, जो हिंदू कैलेंडर का पहला महीना है। इस समय मौसम में परिवर्तन होता है और प्रकृति में एक नया जीवन आता है। नवरात्रि के दौरान लोग नया साल मनाते हैं और माता दुर्गा की कृपा से नए साल में शुभता और समृद्धि की कामना करते हैं।

अश्विन नवरात्रि(navratri) को शारदीय नवरात्रि कहा जाता है क्योंकि यह आश्विन माह में मनाया जाता है, जो हिंदू कैलेंडर का सातवां महीना है। इस समय मौसम में ठंडक बढ़ने लगती है और लोग नए फसलों की कटाई के लिए तैयार होते हैं। नवरात्रि के दौरान लोग नई फसलों के लिए धन्यवाद देते हैं और माता दुर्गा की कृपा से आने वाले वर्ष में प्रचुर मात्रा में फसल होने की कामना करते हैं।

(navratri)नवरात्रि के बारे में अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न

1. नवरात्रि क्या है?

नवरात्रि एक हिंदू त्योहार है जो माता दुर्गा की पूजा के लिए समर्पित है। यह त्यौहार हर साल दो बार मनाया जाता है, एक बार चैत्र महीने में और एक बार शारदीय नवरात्रि में। शारदीय नवरात्रि को अधिक महत्वपूर्ण माना जाता है और इसे बड़े उत्साह के साथ मनाया जाता है।

2. नवरात्रि कब मनाया जाता है?

नवरात्रि हर साल चैत्र माह में और अश्विन माह में मनाया जाता है। चैत्र नवरात्रि आमतौर पर मार्च या अप्रैल में मनाई जाती है, जबकि अश्विन नवरात्रि आमतौर पर सितंबर या अक्टूबर में मनाई जाती है।

3. नवरात्रि के नौ दिनों में क्या होता है?

नवरात्रि के नौ दिनों में माता दुर्गा के नौ अलग-अलग रूपों की पूजा की जाती है। ये रूप हैं शैलपुत्री, ब्रह्मचारिणी, चंद्रघंटा, कुष्मांडा, स्कंदमाता, कात्यायनी, कालरात्रि, महागौरी और सिद्धिदात्री।

नवरात्रि के दौरान लोग उपवास करते हैं, पूजा करते हैं और माता दुर्गा की भक्ति में गीत गाते हैं। इस दौरान कई लोग डांडिया और गरबा जैसे पारंपरिक नृत्य भी करते हैं।

4. नवरात्रि के समापन पर क्या होता है?

नवरात्रि के समापन पर दशहरा का त्योहार मनाया जाता है। दशहरा के दिन बुराई पर अच्छाई की जीत का जश्न मनाया जाता है।

5. नवरात्रि में क्या खाया जाता है?

नवरात्रि के दौरान लोग सात्विक भोजन करते हैं। आमतौर पर नवरात्रि के दौरान लोग मांस, मछली, अंडे, प्याज और लहसुन का सेवन नहीं करते हैं।

6. नवरात्रि में क्या नहीं करना चाहिए?

नवरात्रि के दौरान लोग कुछ चीजों से बचते हैं, जिनमें शामिल हैं:

  • मांस, मछली, अंडे, प्याज और लहसुन का सेवन
  • दाढ़ी, बाल और नाखून काटना
  • नशे का सेवन
  • अश्लील और आपत्तिजनक सामग्री का उपभोग
  • झूठ बोलना और दूसरों को नुकसान पहुंचाना

7. नवरात्रि के महत्व क्या हैं?

नवरात्रि का त्योहार बहुत महत्वपूर्ण है क्योंकि यह हमें अपनी संस्कृति और परंपराओं से जुड़े रहने में मदद करता है। यह त्योहार हम सभी को एक साथ लाता है और हमें सकारात्मकता और ऊर्जा से भर देता है।

नवरात्रि का त्योहार सभी के लिए बहुत खास है। यह हमें एक साथ लाता है और हमें एक बेहतर व्यक्ति बनने के लिए प्रेरित करता है।

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