करवा चौथ 2023:करवा चौथ एक हिंदू त्योहार है जो भारत और नेपाल में मनाया जाता है। इस लेख मे हम आपको करवा चौथ 2023: व्रत, पूजा और चंद्रोदय का समय के बारे मे बतायेगे यह एक महिलाओं का त्योहार है जो अपने पति की लंबी उम्र और अच्छी सेहत के लिए व्रत रखती हैं। करवा चौथ कार्तिक मास की कृष्ण पक्ष की चतुर्थी को मनाया जाता है। यह व्रत विवाहित महिलाओं के लिए सबसे महत्वपूर्ण व्रतों में से एक है।पर इस व्रत को आविवाहित लड़किया भी रख सकती है अपने लिये अच्छे पति के लिये
करवा चौथ 2023 तारीख
करवा चौथ का व्रत 1 नवंबर 2023, बुधवार को रखा जाएगा।
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करवा चौथ 2023 उपवास का समय:
करवा चौथ का उपवास 31 अक्टूबर 2023 को शाम 9:30 बजे से शुरू होकर 1 नवंबर 2023 को शाम 9:19 बजे तक रहेगा।
करवा चौथ 2023 शुभ मुहूर्त:
करवा चौथ की पूजा का शुभ मुहूर्त 1 नवंबर 2023 को शाम 5:44 बजे से शाम 7:02 बजे तक रहेगा।
करवा चौथ 2023 चंद्रोदय:
करवा चौथ का चंद्रोदय 1 नवंबर 2023 को रात 8:22 बजे होगा।
अन्य शहरो मे करवा चौथ 2023 का चांद कितने बजे दिखेगा
शहर | चांदोदय का समय |
---|---|
दिल्ली | 8:15 बजे |
मुंबई | 8:59 बजे |
चेन्नई | 8:46 बजे |
कोलकाता | 8:35 बजे |
हैदराबाद | 8:33 बजे |
बैंगलोर | 8:29 बजे |
अहमदाबाद | 8:27 बजे |
पुणे | 8:26 बजे |
जयपुर | 8:25 बजे |
लखनऊ | 8:24 बजे |
पटना | 8:22 बजे |
इंदौर | 8:21 बजे |
उदयपुर | 8:20 बजे |
कोच्चि | 8:37 बजे |
त्रिवेंद्रम | 8:38 बजे |
करवा चौथ 2023 अन्य शहरो का पूजा मुहूर्त
दिल्ली
- शाम 5:34 बजे से शाम 7:22 बजे तक
मुंबई
- शाम 6:05 बजे से शाम 7:21 बजे तक
चेन्नई
- शाम 5:46 बजे से शाम 7:04 बजे तक
कोलकाता
- शाम 5:00 बजे से शाम 7:05 बजे तक
हैदराबाद
- शाम 5:48 बजे से शाम 7:06 बजे तक
बैंगलोर
- शाम 5:49 बजे से शाम 7:02 बजे तक
अहमदाबाद
- शाम 5:50 बजे से शाम 7:08 बजे तक
पुणे
- शाम 5:41 बजे से शाम 6.55 बजे तक
जयपुर
- शाम 5:42 बजे से शाम 7:05 बजे तक
लखनऊ
- शाम 5:53 बजे से शाम 7:11 बजे तक
नोएडा
- शाम 5:44 बजे से शाम 7:10 बजे तक
गुरुग्राम
- शाम 5:55 बजे से शाम 7:13 बजे तक
वाराणसी
- शाम 5:40 बजे से शाम 7:05 बजे तक
इंदौर
- शाम 5:57 बजे से शाम 7:15 बजे तक
उदयपुर
- शाम 5:55 बजे से शाम 7:12 बजे तक
कोच्चि
- शाम 5:59 बजे से शाम 7:17 बजे तक
त्रिवेंद्रम
- शाम 5:50 बजे से शाम 7:10 बजे तक
अगर आप किसी अन्य शहर में रहते हैं, तो आप अपने स्थानीय पंचांग से पूजा मुहूर्त की जांच कर सकते हैं।
करवा चौथ 2023 के रोचक तथ्य:
- करवा चौथ एक हिंदू त्योहार है जो भारत और नेपाल में मनाया जाता है। यह एक महिलाओं का त्योहार है जो अपने पति की लंबी उम्र और अच्छी सेहत के लिए व्रत रखती हैं।
- करवा चौथ के दिन, महिलाएं सूर्योदय से पहले उठती हैं और स्नान करती हैं। फिर, वे करवा चौथ की कथा सुनती हैं और व्रत का संकल्प लेती हैं।
- व्रत के दौरान, महिलाएं अन्न, जल और फल का सेवन नहीं करती हैं। वे केवल दूध और पानी पीती हैं।
- शाम को, महिलाएं अपने पति के लिए भोजन बनाती हैं और चंद्रोदय के बाद उसे अर्घ्य देती हैं।
- चंद्रोदय के बाद, महिलाएं अपने पति का चेहरा देखती हैं और फिर भोजन करती हैं।
करवा चौथ 2023 की कथा
करवा चौथ की कथा एक महिला के बारे में है जिसका नाम करवा था। करवा एक गरीब महिला थी जो अपने पति की लंबी उम्र और अच्छी सेहत के लिए व्रत रखती थी। एक दिन, करवा ने अपने पति के लिए एक करवा बनाया और उसकी पूजा की। करवा की पूजा से प्रसन्न होकर, भगवान शिव ने उसके पति को लंबी उम्र और अच्छी सेहत का वरदान दिया।
करवा चौथ 2023 की पूजा सामग्री:
- करवा
- गेहूं के आटे की लोई
- घी
- चावल
- मिठाई
- फल
- फूल
- दीपक
- धूप
- अगरबत्ती
- चांदी का सुहाग का सामान
करवा चौथ की पूजा विधि:
- सबसे पहले, एक चौकी पर करवा रखें।
- फिर, करवा में गेहूं के आटे की लोई रखें।
- लोई पर घी लगाएं और चावल रखें।
- फिर, मिठाई, फल, फूल, दीपक, धूप और अगरबत्ती रखें।
- अब, करवा चौथ की कथा पढ़ें।
- फिर, अपने पति के लिए भोजन बनाएं।
- शाम को, चंद्रोदय के बाद, अपने पति को भोजन खिलाएं और चंद्रमा को देखे ।
- फिर, अपने पति का चेहरा देखें और भोजन करें।
करवा चौथ के महत्व:
करवा चौथ एक महिलाओं का त्योहार है जो अपने पति के प्रति अपने प्रेम और समर्पण को व्यक्त करता है। यह एक दिन है जब महिलाएं अपने पति की लंबी उम्र और अच्छी सेहत के लिए प्रार्थना करती हैं।
करवा चौथ 2023 के बारे में कुछ अक्सर पूछे जाने वाले सवाल:
1. करवा चौथ कब मनाया जाता है?
करवा चौथ कार्तिक मास की कृष्ण पक्ष की चतुर्थी को मनाया जाता है। यह व्रत विवाहित महिलाओं के लिए सबसे महत्वपूर्ण व्रतों में से एक है।
2. करवा चौथ का व्रत कैसे रखा जाता है?
करवा चौथ के दिन, महिलाएं सूर्योदय से पहले उठती हैं और स्नान करती हैं। फिर, वे करवा चौथ की कथा सुनती हैं और व्रत का संकल्प लेती हैं। व्रत के दौरान, महिलाएं अन्न, जल और फल का सेवन नहीं करती हैं। वे केवल दूध और पानी पीती हैं।
शाम को, महिलाएं अपने पति के लिए भोजन बनाती हैं और चंद्रोदय के बाद उसे अर्घ्य देती हैं। चंद्रोदय के बाद, महिलाएं अपने पति का चेहरा देखती हैं और फिर भोजन करती हैं।
3. करवा चौथ की कथा क्या है?
करवा चौथ की कथा एक महिला के बारे में है जिसका नाम करवा था। करवा एक गरीब महिला थी जो अपने पति की लंबी उम्र और अच्छी सेहत के लिए व्रत रखती थी। एक दिन, करवा ने अपने पति के लिए एक करवा बनाया और उसकी पूजा की। करवा की पूजा से प्रसन्न होकर, भगवान शिव ने उसके पति को लंबी उम्र और अच्छी सेहत का वरदान दिया।
4. करवा चौथ की पूजा सामग्री क्या है?
करवा चौथ की पूजा सामग्री में निम्नलिखित शामिल हैं:
- करवा
- गेहूं के आटे की लोई
- घी
- चावल
- मिठाई
- फल
- फूल
- दीपक
- धूप
- अगरबत्ती
- चांदी का सुहाग का सामान
5. करवा चौथ की पूजा विधि क्या है?
करवा चौथ की पूजा विधि में निम्नलिखित शामिल हैं:
- सबसे पहले, एक चौकी पर करवा रखें।
- फिर, करवा में गेहूं के आटे की लोई रखें।
- लोई पर घी लगाएं और चावल रखें।
- फिर, मिठाई, फल, फूल, दीपक, धूप और अगरबत्ती रखें।
- अब, करवा चौथ की कथा पढ़ें।
- फिर, अपने पति के लिए भोजन बनाएं।
- शाम को, चंद्रोदय के बाद, अपने पति को भोजन खिलाएं और चंद्रमा को अर्घ्य दें।
- फिर, अपने पति का चेहरा देखें और भोजन करें।
6. करवा चौथ का क्या महत्व है?
करवा चौथ एक महिलाओं का त्योहार है जो अपने पति के प्रति अपने प्रेम और समर्पण को व्यक्त करता है। यह एक दिन है जब महिलाएं अपने पति की लंबी उम्र और अच्छी सेहत के लिए प्रार्थना करती हैं।